परिश्रम-हनुमान जी की सीख कहानी

हनुमान जी की सीख



एक सरल व्यवहारी हनुमान भक्त ग्रामीण बैल हांक कर जा रहा था, उसके पहिये तभी कीचड़ में धंस गए, स्वभाववश, ग्रामीण हनुमान चालीसा पाठन को बैठ गया, पहले पाठ करता फिर प्रार्थना, हनुमान जी ने उसे दर्शन दे कर कहा तुम्हारी विश्वास सच्ची है, पर यदि मैं ऐसी ही सहायता करता रहूं, तो सब उद्योगहीन हो जाए, तुम प्रयत्न करके देखो, खुद कीचड़ में उतरकर बैल को हुंकार लगाकर देखो, तब मेरा बल अवश्य तुम्हारी सहायता करेगा।

सीख:- यदि भगवान सिर्फ सहायता करते व्यक्ति को श्रमहीन बना दे तो इस दुनिया मे कोई उद्यमी नहीं रहेगा।


  
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